कल रात तुमसे फिर मुलाकात हुईं
बातों पर बात हुई, मगर तुमसे बात न हुई
वक़्त का तकाजा था इसलिए धीमी शुरूआत हुई
फिर बातों पर बात हुई, मगर तुमसे बात न हुई
बेचैन दिल ने फिर कहा तुमसे ये क्या बात हुई
दिल से दिल मिले, थोड़ी सी आहट हुई
फिर बातों पर बात हुई, मगर तुमसे बात न हुई
इतनी कोशिश के बावजूद ये कैसी बात हुई
कल रात तुमसे फिर ये कैसी मुलाकात हुईं....
-©inkit_poetry
02:38 am
Bhot khub atkin bhiya❣️
ReplyDeleteThank you Boyd saheb😊
Delete🔥🔥🌻🌻
ReplyDeleteBeautiful✨✨❤
ReplyDelete